विद्युत्, विज्ञान का एक महत्वपूर्ण अध्याय हैं इसमें कई महत्वपूर्ण टॉपिक्स आते हैं जिनमें से एक विद्युत् विभव भी हैं. आज के इस लेख में हम "विद्युत् विभव किसे कहते हैं (Vidyut Vibhav Kise Kahate Hain), विद्युत् विभव के प्रकार, इसके महत्त्व, उपयोग और कुछ उदाहरण" पर चर्चा करेंगे. अतः यह लेख परीक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण होने वाला हैं इसलिए अंत तक जरुर पढ़ें.
विद्युत विभव किसे कहते हैं - Vidyut Vibhav Kise Kahate Hain
विद्युत विभव किसे कहते हैं - Vidyut Vibhav Kise Kahate Hain |
माना कि एक परिक्षण आवेश q को अनंत से किसी बिंदु तक लाने में W कार्य करना पड़ता है तब उस बिंदु पर विद्युत विभव होगा:-
V = W/q
- जहाँ, V = विद्युत विभव (वोल्ट में)
- W = किया गया कार्य (जूल में)
- q = आवेश (कुलोम में)
यह एक अदिश राशि है और इसका SI मात्रक जुल प्रति कुलोम अथवा वोल्ट (V) होता है।
विमीय सूत्र - [ML2T-3A-1]
विद्युत् विभव के प्रकार
- धनात्मक विभव - जब इकाई धन आवेश को विद्युत् क्षेत्र से किसी बिंदु तक लाने में विद्युत् बल के विरुद्ध कार्य करना पड़ता है उस बिंदु का विद्युत् विभव धनात्मक होता है.
- ऋणात्मक विभव - जब इकाई धन आवेश को अनंत से विद्युत् क्षेत्र के किसी बिंदु तक लाने में विद्युत् बल के अनुदिश बल के अनुदिश कार्य करना पड़ता है तो उस बिंदु का विद्युत् विभव ऋणात्मक होता है.
विद्युत विभव का महत्त्व
विद्युत विभव का महत्व यह है कि यह विद्युत धारा के प्रवाह को नियंत्रित करता है। उच्च विद्युत विभव वाले क्षेत्रों में, आवेशित कण अधिक तेजी से चलेंगे और उच्च विद्युत धारा उत्पन्न करेंगे।
विद्युत विभव के कुछ उदाहरण:
- पृथ्वी का विद्युत विभव शून्य होता है।
- एक धनात्मक आवेशित बिंदु के पास विद्युत विभव अधिक होता है।
- एक ऋणात्मक आवेशित बिंदु के पास विद्युत विभव कम होता है।
विद्युत विभव का उपयोग विभिन्न प्रकार के उपकरणों में किया जाता है,
जैसे:
- बैटरी
- जनरेटर
- मोटर
- ट्रांसफार्मर
- इलेक्ट्रॉनिक उपकरण
विद्युत विभव एक महत्वपूर्ण भौतिक मात्रा है जो हमारे दैनिक जीवन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
दो बिंदुओं के बीच का विद्युत विभवांतर उन बिंदुओं पर विद्युत विभवों के अंतर के बराबर होता है।
विद्युत् विभव से सम्बंधित प्रश्न (FAQs)
प्रश्न: विद्युत विभव क्या होते हैं?
उत्तर: किसी इकाई धनावेश को अनंत से किसी बिन्दु तक लाने में किये गये कार्य को विद्युत विभव कहते हैं।
प्रश्न: विद्युत विभव कैसे मापा जाता है?
उत्तर: विद्युत विभव किसी आवेशित वस्तु के आसपास विद्युत क्षेत्र की शक्ति या क्षमता का एक माप होता है, जिसे 'V' द्वारा सूचित किया जाता है।
प्रश्न: विद्युत विभव का मानक एवं SI मात्रक क्या होता है?
उत्तर: विद्युत विभव की SI मात्रक जूल प्रति कुलोम अथवा वोल्ट (V) होता है।
प्रश्न: विद्युत विभव के कितने प्रकार होते हैं और उनका वर्णन क्या है?
उत्तर: विद्युत विभव के मुख्यतः दो प्रकार होते हैं - धनात्मक विभव और ऋणात्मक विभव। धनात्मक विभव जब इकाई धन आवेश को विद्युत् क्षेत्र से किसी बिंदु तक लाने में विद्युत् बल के विरुद्ध कार्य करना पड़ता है तो उस बिंदु का विद्युत विभव धनात्मक होता है। ऋणात्मक विभव जब इकाई धन आवेश को अनंत से विद्युत् क्षेत्र के किसी बिंदु तक लाने में विद्युत् बल के अनुदिश बल के अनुदिश कार्य करना पड़ता है तो उस बिंदु का विद्युत विभव ऋणात्मक होता है।
प्रश्न: विद्युत विभव का महत्त्व क्या है?
उत्तर: विद्युत विभव विद्युत धारा के प्रवाह को नियंत्रित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। उच्च विद्युत विभव वाले क्षेत्रों में, आवेशित कण अधिक तेजी से चलेंगे और उच्च विद्युत धारा उत्पन्न करेंगे।
प्रश्न: विद्युत विभव का उपयोग कहाँ-कहाँ होता है?
उत्तर: विद्युत विभव का उपयोग विभिन्न प्रकार के उपकरणों में होता है, जैसे कि बैटरी, जनरेटर, मोटर, ट्रांसफार्मर, आदि.
समापन
संक्षेप में कहें तो, इकाई धन आवेश को अनंत से किसी बिंदु तक लाने में किया कार्य को विद्युत् विभव कहते है. विद्युत् विभव परीक्षा की दृष्टि से एक महत्वपूर्ण टॉपिक है इसे सभी विद्यार्थियों को जानना चाहिए.
आशा करते है कि आज का यह लेख "विद्युत विभव किसे कहते हैं - Vidyut Vibhav Kise Kahate Hain" पसंद आया और कुछ नया सिखने को मिला. इस लेख को अपने सहपाठियों के साथ शेयर करना ना भूलें. अंत तक इस लेख को पढने के लिए धन्यवाद...